पूरा लाहौल अपने मेहमानों की खातिरदारी में जुट गया है।अपने फसलों को भारी नुक्सान व सेब के पेड़ों की तबाही के गम को भूल कर ,सब लोग विभिन्न जगह फंसे हुए लोगों को,हैलिकाप्टर के जरिए, ज़ुराब,पूरी,सब्ज़ी,भेज रहे हैं।जो सिस्सु हैलिपेड पहुंच रहे हैं,उन्हें चाय, पुरी और सब्ज़ी के साथ,खिला रहे हैं।यही हमारी हिन्दुस्तान की पहचान,स॔स्कृति…..